कोई ये कैसे समझाए कि
कितना ज़रूरी होता है
बातों का ठीक से ख़त्म होना
कुछ इस तरह से अंत हुआ बातों का कि उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ...
ख़ैर ...................शुभ- रात्रि!:)
कितना ज़रूरी होता है
बातों का ठीक से ख़त्म होना
कुछ इस तरह से अंत हुआ बातों का कि उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ...
ख़ैर ...................शुभ- रात्रि!:)
No comments:
Post a Comment