Monday, June 10, 2013
इक अजीब सी धुन है....गुनगुनाते हुए बहुत पहचानी सी लगती है ....यूँ याद नहीं रहती .....अनायास ही मन गुनगुनाता है ...और फिर उदास हो जाता है ....
1 comment:
Unknown
June 18, 2013 at 8:14 AM
यहां आपकी पोस्ट को कैसे पढ़ा जाए अनिता जी
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यहां आपकी पोस्ट को कैसे पढ़ा जाए अनिता जी
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