नाम है, ख़याल है कि ये याद है तुम्हारी....
मन क्यों भीग-भीग जाता है तुम्हें सोचते ही...
पिछली बार क्या हुआ था...
किसी बात पर हमने
एक दूसरे का कहीं दिल तो नहीं दुखाया था...
( आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं ......)
मन क्यों भीग-भीग जाता है तुम्हें सोचते ही...
पिछली बार क्या हुआ था...
किसी बात पर हमने
एक दूसरे का कहीं दिल तो नहीं दुखाया था...
( आज दिल पे कोई ज़ोर चलता नहीं ......)
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